Shooting से विवाद तक: Deepshikha, Shahrukh Khan और Koyla Film का अनदेखा सच

 


Deepshikha Nagpal और ‘Koyla’ के उस विवादित Scene की अनकही दास्तां

90 के दशक का Bollywood परिवारिक Stories और Romance से भरा हुआ था, लेकिन 1997 में आई Shahrukh Khan और Madhuri Dixhit की फिल्म ‘Koyla’ ने उस दौर की परंपरा से एकदम अलग मोड़ लिया। Rakesh Roshan की इस फिल्म में एक ऐसा सीन था जिसने Social Media न होने के बावजूद लोगों के बीच हंगामा मचा दिया।


जब एक सीन बन गया विवाद का कारण

फिल्म में Deepshikha Nagpal का एक सीन लोगों को ‘Bold’ लगा, जबकि हकीकत में उन्होंने Shooting के दौरान Swim Suit और Jeans पहनी हुई थी। Director Rakesh Roshan ने कैमरे की Angling और Lighting से उसे “Cinematic Illusion” की तरह फिल्माया। मगर Release के बाद दर्शकों ने इसे गलत समझ लिया।

Deepshikha ने बाद में बताया कि Film आने के बाद उन्हें कई आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। कुछ लोगों ने यह तक कहा कि उन्होंने सीमा लांघी है। हालात इतने बिगड़ गए कि उनके अपने परिवार में भी तनाव पैदा हो गया। एक Interview में उन्होंने कहा था - “मुझे लगा जैसे मुझसे कोई गुनाह हो गया हो, जबकि मैंने बस अपना किरदार निभाया था।”


राकेश रोशन का प्रोफेशनल रवैया

शूटिंग से जुड़ी सबसे दिलचस्प बात यह थी कि जब Deepshikha ने यह Script पढ़ा, तो वह Director Rakesh Roshan से इस बारे में खुलकर बात करने चली गईं। वह बताती हैं कि Rakesh Roshan ने पूरी संवेदनशीलता के साथ समझाया कि सीन कैसे फिल्माया जाएगा। उनकी माँ भी उस समय वहीं मौजूद थीं। उस स्पष्ट बातचीत ने उनका डर मिटा दिया और आत्मविश्वास बढ़ा दिया।


शाहरुख खान की सादगी और समर्पण

‘Koyla’ की शूटिंग कठिन परिस्थितियों में हुई थी, खासकर कोयले की खदानों में। Deepshikha को याद है कि Shahrukh Khan ने कभी शिकायत नहीं की। जहां बाकी लोग आराम ढूंढते, वहीं Shahrukh बिना किसी सुविधा के Set पर ही जमीन पर सो जाते थे। उस समय Vanity Van जैसी चीज़ें आम नहीं थीं, फिर भी उन्होंने Professionalism का शानदार उदाहरण पेश किया।


आज के एक्टर्स के लिए सीख

Deepshikha का कहना है कि आज के New Actors को Luxary की आदत पड़ गई है। वे शुरुआत से ही ढेरों Demands रखते हैं, जबकि पुराने कलाकार मुश्किल हालात में भी पूरे जुनून से काम करते थे। Acting सिर्फ बड़े पर्दे पर दिखावे का नाम नहीं, बल्कि मेहनत और समर्पण की कहानी भी है — यही संदेश Deepshikha अपने अनुभव से देना चाहती हैं।

यह लेख न केवल ‘Koyla’ फिल्म के उस विवाद पर रोशनी डालता है, बल्कि यह भी बताता है कि कैसे गलतफहमियाँ, संवेदनशीलता और प्रोफेशनलिज़्म साथ-साथ चल सकते हैं — और आखिरकार, सम्मान उन्हीं को मिलता है जो सच्चे दिल से अपना काम करते हैं।

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